ISRO Astronauts Trained by NASA for upcoming missions of Indian Space Technology
नासा इसरो के एस्ट्रोनॉट्स को आने वाले 2024 के इंडियन स्पेस रिसर्च के एक प्रोग्राम के लिए नासा प्रशिक्षण दे रहा है
2024 के अंदर इसरो एक ह्यूमन  स्पेस मिशन ऑर्गेनाइज्ड करने की तैयारी कर रहा है इसके लिए एस्ट्रोनॉट्स को जो ट्रेनिंग देनी चाहिए वह इसरो और नासा के कोलैबोरेशन के तहत नासा के एस्ट्रोनॉट्स इंडियन एस्ट्रोनॉट्स को ट्रेनिंग दे रहे हैं

इस ट्रेनिंग के तहत इंडियन एस्ट्रोनॉट्स स्पेस स्टेशन के अंदर दो हफ्ते के लिए रहेंगे इस दौरान वह लोग साइंटिफिक एक्सपेरीमेंट्स और जो भी जरूरी इनफॉरमेशन होगी वह इसरो को प्रदान करेंगे
भारत में 9 अगस्त 2007 को इसरो के अध्यक्ष  के साथ इस मिशन की तैयारी आरंभ की थी
मानव अंतरिक्ष मिशन पृथ्वी की निचली कक्षा में लॉन्च कर दिया जाएगा इस पूरे मिशन का नाम गगनयान १ होगा
भारत का मिशन रूस के साथ मिलकर पूरा करने का समझौता 2008 में हुआ था इस समझौते के अनुसार भारतीय स्वयं एक बार फिर से रूसी अंतरिक्ष  बोर्ड पर अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा होने जा रहा है

यह मिशन 2013 से 2016 के बीच में आयोजित कर दिया गया था लेकिन कुछ  वजह से इसे 2024 मैं लॉन्च कर दिया जाएगा
यह भारत का पहला मानव युक्त अंतरिक्ष मिशन होगा जिसे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2018 के अपने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर घोषित किया गया था कि भारत गगनयान मिशन के माध्यम से अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यात्री भेज देगा घोषणा के बाद इसरो के अध्यक्ष श्री शिवान ने कहा कि इसरो ने मिशन के लिए ट्रू मॉडल और क्रू एक्सप्रेस सिस्टम जैसी अधिकांश तकनीक का विकास किया है और इस कार्य को पूरा करने के लिए 10000 करोड़ की लागत लगने वाली है
इस योजना के तहत 300 से 400 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में तीन भारतीयों को सही सलामत Low Orbit में भेज दिया जाएगा इस मिशन को पूरा करने के लिए नासा के अंतरिक्ष यात्री इसरो के अंतरिक्ष यात्रियों को प्रशिक्षण देंगे
